कौन हैं मोहन यादव जो होंगे MP के नए सीएम, BJP ने अपने फैसले से चौंकाया

कौन हैं मोहन यादव जो होंगे MP के नए सीएम, BJP ने अपने फैसले से चौंकाया
मध्य प्रदेश को अपना नया सीएम मिल गया है. बीजेपी की विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह चौहान सरकार में शिक्षा मंत्री रहे मोहन यादव को अगला सीएम चुना है.
मध्य प्रदेश में सोमवार को सीएम के नाम के चयन के लिए बीजेपी की विधायक दल की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में विधायकों ने मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाई है. मोहन यादव  उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं. वह शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) सरकार में शिक्षा मंत्री रहे हैं. उन्होंने लगातार तीसरी बार विधायकी का चुनाव जीता है. 
शिवराज के पांव छूकर लिया आशीर्वाद
विधायक दल की बैठक में जब डॉ.मोहन यादव के नाम का एलान किया गया तो मंच पर वह पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के पांव छूते देखे गए और शिवराज सिंह ने आत्मीयता के साथ सिर पर हाथ रखकर उन्हें आशीर्वाद दिया. मोहन यादव मध्य प्रदेश में बीजेपी का बड़ा ओबीसी चेहरा हैं. उनके नाम की घोषणा संभवतः 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए की गई है. मोहन यादव की शैक्षणिक योग्यता पीएचडी है. वह 2020 में उन्हें शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी और 2023 तक वह इस पद पर रहे. इससे पहले वह 
अब तक का राजनीतिक करियर 
58 वर्षीय मोहन यादव का राजनीतिक करियर एक तरह से 1984 में शुरू हुआ जब उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को ज्वाइन किया. वह आरएसएस के भी सदस्य हैं. उन्होंने 2013 में उज्जैन दक्षिण से चुनाव लड़ा था और लगातार तीसरे चुनाव में यहां से विधायक निर्वाचित हुए हैं. इस बार उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी चेतन प्रेमनारायण यादव को 12941 वोटों से हराया था. मोहन यादव को 95699 वोट मिले थे. 
बीजेपी के अनुभवी नेता हैं डॉ.मोहन यादव
मोहन यादव के नाम की घोषणा उज्जैनवासियों के लिए सरप्राइज से कम नहीं है क्योंकि सीएम पद की रेस में इनका नाम कहीं नहीं था, लेकिन विधायक दल की बैठक में उनके नाम की घोषणा की गई.  वह  2004 से पहले 2010 तक उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे हैं जबकि 2011 से 2013 तक एमपी राज्य पर्यटन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है.
मोहन यादव साल 1990 में नौवीं और 1993 में दसवीं विधानसभा के सदस्‍य रहे हैं. पटल समिति के भी सदस्य रहे हैं. साल 2003 में बारहवीं विधानसभा के सदस्‍य चुने गए. इस दौरान उन्होंने राज्‍य मंत्री बनाया गया था. साल 2008 में तेरहवीं विधानसभा के सदस्‍य चुने जाने के बाद उन्हें सरकार में परिवहन, जेल, योजना, आर्थिक और सांख्यिकी एवं गृह विभाग की भी जिम्मेदारी दी गई.